Kusum Yojana: भारत कृषि प्रधान देश है इसलिए भारत सरकार किसानों को कई सारी योजनाओं का लाभ देती है। आज की लेख में हम एक ऐसी योजना के बारे में बात करेंगे जिसके तहत किसानों को बिजली बचाने का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
इस योजना का नाम है कुसुम योजना। आइये विस्तार से लेख के माध्यम से कुसुम योजना के बारे में जानते हैं।
कुसुम योजना क्या है?
PM Kusum Yojana का फुल फॉर्म है प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना। इस योजना की शुरुआत भारत सरकार द्वारा 2018 में किया गया। जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सोलर एनर्जी को बढ़ावा देना है।
कुसुम योजना का कंपोनेंट क्या है
कुसुम योजना के तीन कंपोनेंट है। कंपोनेंट A कंपोनेंट B एंड कंपोनेंट C। यदि हम कंपोनेंट ए की बात करें तो इसमें 10000 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट को बंजर जमीन पर लगाए जाएंगे। कंपोनेंट B के तहत 2001 सोलर पावर एग्रीकल्चर पंप को सिचाई के लिए उपयोग किया जायेगा।
और वही कंपोनेंट C को 15 लाख ग्रिड को कनेक्ट किया जाएगा एग्रीकल्चर पंप मे। जिससे पेट्रोलका उपयोग बहुत कम हो जाएं और ईंधन की बचत हो सके।
पिएम कुसुम योजना का लाभ
इस योजना के कई लाभ है जैसे योजना के तहत किसानों को डीज़ल के खर्च को वहन नहीं करना पड़ेगा। पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त करने में आसानी होगी। Non Renewable Energy को ख़त्म होने से बचाया जा सकता है।
किसानो के अनाजो और आय मे वृद्धि होगी। इतना ही नहीं इसकी सहायता से जल संरक्षण में सुविधा प्रदान होगी।
योजना का लाभ कैसे ले?
पीएम कुसुम योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को सबसे पहले ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना है उसके बाद आवेदन फार्म को भरना है और आवश्यक दस्तावेज को अपलोड कर देना है।
आवेदक इस बात का ध्यान रखें कि इस योजना के लिए वही आवेदन कर सकते हैं जो सब स्टेशन से 5 किलोमीटर तक के दायरे में कृषि करते है।