Schools Summer Guideline: गर्मियों का मौसम चालू हो गया है ऐसे मे राज्य की सभी विद्यालय को समर गाइडलाइन जारी किया गया है। क्योंकि गर्मियों मे बच्चो का स्वस्थ्य होना बहुत जरुरी है। हम सभी जानते है की वर्ष 2023 मे एल- नीनो के प्रभाव से 2023 सबसे गर्म सालों मे से एक रहा है।
हालांकि 2024 मे भी बहुत गर्मी को महसूस किया जा रहा है। ऐसे मे न केवल बच्चों को अपितु सभी मनुष्य, पंक्षी, जानवर सभी को गर्मियों मे होने वाले बीमारियों से सुरक्षित एवं सतर्क रहने की आवश्यकता है।
बढ़ते ग्लोबल वर्मिंनंग से अंदाजा लगाया जा सकता है की वो दिन दूर नहीं जब पृथ्वी का तापमान 50 डिग्री सेल्शियस से अधिक होगा। खैर आज के लेख मे हम आपको शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्कूल गाइडलाइन के बारे मे बताने जा रहें है। आप इस गाइडलाइन ध्यानपूर्वक अवश्य पढ़े और उसे फॉलो करें क्योंकि इस धूप मे बच्चों को सुरक्षित रखना बहुत जरुरी है।
स्कूल के समय मे हो परिवर्तन – Schools Summer Guideline
मंत्रालय ने आदेश जारी किया है की गर्मियों के समय मे स्कूल के समय मे बदलाव किया जाएं। स्कूल की शुरुआत 7 बजे से हो तथा 12 बजे से पहले छुटी कर दी जाएं। यह समय छोटे बच्चो की कक्षाओं के लिए है। बड़ी कक्षाओं के समय मे थोड़ा परिवर्तन है।
यूनिफार्म न हो बहुत टाइट
स्कूल यूनिफार्म को लेकर स्कूल हमेशा से डिसिप्लिन मे रहा है। ऐसे मे सरकार का कहना की बहुत ज्यादा टाइट यूनिफार्म पहनने से बच्चों को तकलीफ हो सकती है इसलिए बच्चों को लूज़ यूनिफार्म पहनने की सलाह दे।
अधिक से अधिक पानी पिए
छोटे बच्चे खाबे पिने को लेकर काफी नाटक करते है। ऐसे मे शिक्षक बच्चो को गर्मियों मे अधिक से अधिक पानी पिने के लिए प्रेरित करें। पानी के साथ पौष्टीक एवं हल्का आहार लेने को कहे। पानी की कमी के कारण शरीर मे दस्त की समस्या हो जाती है इसलिए बॉडी को hydrate रखना बहुत जरूरी है।
धूप मे खेलने से बचे
स्कूल मे बच्चो को मनोरंजन प्रदान करने के लिए खेल का आयोन होता है। ऐसे मे बच्चो को समझाये की वो बाहर ना जाके class मे बैठकर ही कोई खेल खेले। नहीं तो बच्चो को इंडोर गेम के लिए प्रेरित करें जिससे धूप से बच्चे को बचाया जा सके।
बच्चों को करें जागरूक
शिक्षा निदेशालय ने कहा है की दोपहर की प्राथना से बचे। और गर्मियों मे खुद को कैसे स्वस्थ्य रखा जाएं इसके लिए बच्चों को जागरूक करें। बच्चों को बताएं की उन्हें खुद कैसे जागरूक रखना है तथा क्या क्या प्रेकॉशन लेना चाहिए। सवास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह एवं परामर्श लेने का भी आदेश दे।